उत्तर प्रदेश में होली के मद्देनजर कुछ जिलों में जुलूस वाले रूट्स पर पड़ने वाली मस्जिदों को ढक दिया गया है. इसमें शाहजहांपुर, संभल, अलीगढ़ प्रमुख है. शाहजहांपुर में लाट साहब की होली के जुलुस वाले रूट पर पड़ने वाली मस्जिदों को तिरपाल से ढक दिया गया है. वहीं संभल में करीब 10 मस्जिदों को ढका गया है. साथ ही अलीगढ़ में भी कुछ मस्जिदों को लेकर सुराक्षात्मक उपाय किए जा रहे हैं. होली और जुमे को लेकर उत्तर प्रदेश में प्रशासन की पुख्ता तैयारी है. संभल, अलीगढ़, बरेली समेत कई जगहों पर मस्जिदें ढकी जा रही हैं. इसके अलावा अधिकतर जगहों पर दोपहर ढाई बजे नमाज पढ़ने का फैसला किया गया है. सबसे पहले बात संभल की करें तो यहां होली और जुमे को लेकर संभल में प्रशासन ने पूरी तैयारी कर ली है. संभल की शाही जामा मस्जिद को तिरपाल से ढका गया है. संभल में एक रात वाली मस्जिद, शाही जामा मस्जिद, लदनिया मस्जिद, गोल मस्जिद, अनार वाली, खजूरो वाली, गुरुद्वारा रोड मस्जिद को भी ढका जाएगा. इस दौरान सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं. अलीगढ़ में ढकी मस्जिदें अलीगढ़ भी उन जिलों में शामिल है जहां मस्जिदों को ढका जा रहा है यहां के अब्दुल करीम चौराहे पर मौजूद हलवाईयां मस्जिद को तिरपाल से ढक दिया गया है. इसके साथ ही कनवरीगंज और दिल्ली गेट चौराहे पर मौजूद मस्जिदें भी ढकी गई हैं. अलीगढ़ में मस्जिद ढकने से जुड़े सवाल पर एडीएम सिटी अमित कुमार भट्ट ने कहा कि यह पहले भी होता रहा है. सभी हमारा सहयोग कर रहे हैं वहीं बरेली के मलूकपुर में भी मस्जिद को कवर किया गया है. सुरक्षा व्यवस्था दुरुस्त रखने के लिए पुलिस ने फ्लैग मार्च किया. होली के अवसर पर राम बारात को देखते हुए भारी पुलिस फोर्स तैनात है. इसके साथ ही शाहजहांपुर में 20 मस्जिदों को तिरपाल डालकर ढक दिया गया है. यह सभी मस्जिदें पारंपरिक ‘लाट साहब’ होली जुलूस के मार्ग पर स्थित हैं. नमाज का बदला वक्त मस्जिदों को ढकने के साथ ही राज्य के 13 जिलों में नमाज का वक्त भी बदला गया है. इसमें शाहजहांपुर, संभल, जौनपुर ,मिर्जापुर, ललितपुर, औरैया, लखनऊ, मुरादाबाद, रामपुर,अमरोहा, उन्नाव, बरेली, मुरादाबाद औ अयोध्या शामिल है. इन सबके बीच होली और जुमे को लेकर इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया ने एडवायजरी जारी की है. मुस्लिम धर्मगुरु मौलाना खालिद रशीद फिरंगी महली ने कहा कि जुमे की नमाज के लिए समय तय किया है. हम चाहते हैं कि दोनों पक्ष सौहार्द बनाए रखें और शांति से त्योहार मनाएं.
अप्रैल में RBI देगा सस्ते कर्ज की सौगात, महंगाई दर में कमी के चलते फिर होगी ब्याज दरों में कटौती!
अप्रैल महीने के दूसरे हफ्ते में होने वाले आरबीआई की मॉनिटरी पॉलिसी कमिटी की बैठक में ब्याज दरों में कमी की संभावना तेज हो गई है. फरवरी महीने में खुदरा महंगाई दर के जो आँकड़े घोषित हुए हैं वो 4 फीसदी के टारगेट से भी नीचे जा फिसला है. 12 मार्च को सांख्यिकी मंत्रालय ने खुदरा महंगाई दर के आंकड़े घोषित किए जिसके मुताबिक फरवरी महीने में खुदरा महंगाई दर घटकर 3.61 फीसदी पर जा लुढ़का है जो जनवरी में 4.3 फीसदी रही थी. अप्रैल के दूसरे हफ्ते में 7-9 अप्रैल तक आरबीआई गवर्नर संजय मल्होत्रा की अध्यक्षता में मॉनिटरी पॉलिसी कमिटी की बैठक होगी और इस बैठक में एक बार फिर महंगी ईएमआई से परेशान लोगों को राहत मिल सकती है. इससे पहले 7 फरवरी को आरबीआई ने रेपो रेट को 6.50 फीसदी से घटाकर 6.25 फीसदी कर दिया था. और अब इस बात के पूरे आसार हैं कि नए वित्त वर्ष 2025-26 के शुरू होते ही अप्रैल महीने में जब आरबीआई की मॉनिटरी पॉलिसी कमिटी की बैठक होगी तो खुदरा महंगाई दर में बड़ी गिरावट का संज्ञान लेते हुए आरबीआई फिर से रेपो रेट में कटौती का फैसला ले सकता है. फरवरी महीने में खाद्य महंगाई दर में भारी गिरावट देखने को मिली है. फरवरी में खाद्य महंगाई दर घटकर 3.75 फीसदी पर आ गई है जो जनवरी में 5.97 फीसदी रही थी. खाद्य महंगाई लंबे समय से आरबीआई के लिए चिंता का कारण बना हुआ था. सब्जियों की कीमतों में गिरावट के चलते महंगाई में कमी आई है और बेहतर रबी फसलों के चलते महंगाई में और भी कमी आने की संभावना जताई जा रही है. जानकारों के मुताबिक, आरबीआई एमपीसी ने फरवरी महीने में रेपो रेट में 25 बेसिस प्वाइंट की कटौती की है. और अब महंगाई दर में गिरावट के बाद आने वाले मॉनिटरी पॉलिसी कमिटी की बैठक में आरबीआई की ओर से रेपो रेट में कटौती का सिलसिला जारी रह सकता है जिससे खपत और उपभोग को बढ़ावा दिया जा सके. सीपीआई महंगाई 4 महीने के निचले लेवल पर आ पहुंची है. खाद्य वस्तुओं की कीमतों में कमी के चलते ऐसा हुआ है. खाद्य महंगाई पर नियंत्रण रखकर ही अर्थव्यवस्था में खपत को बढ़ावा दिया जा सकता है. खुदरा महंगाई दर के 4 फीसदी के करीब रहना पॉलिसी प्वाइंट के मद्देनजर सही है क्योंकि इसके चलते अप्रैल में ब्याज दरों में कटौती का संभावना खुला हुआ है. फरवरी में आरबीआई की मॉनिटरी पॉलिसी का एलान करते हुए गवर्नर संजय मल्होत्रा ने कहा था कि, अक्तूबर 2024 में महंगाई दर के टोलरेंस बैंड के ऊपर जाने के बाद नवंबर और दिसंबर महीने में कमी देखने को मिली है. आने वाले दिनों में सप्लाई-साइड झटकों के बगैर बेहतर खरीफ फसलों के उत्पादन, ठंड में सब्जियों की कीमतों में कमी और शानदार रबी फसलों के संभावना के चलते खाद्य महंगाई का दबाव कम हो सकता है. इस सभी बातों को ध्यान में रखते हुए मौजूदा वित्त वर्ष 2024-25 में 4.8 फीसदी महंगाई दर का अनुमान जताया गया है जबकि चौथी तिमाही में 4.4 फीसदी महंगाई दर रह सकता है.
ये हैं BSNL के तीन सबसे सस्ते रिचार्ज प्लान, लंबी वैलिडिटी से लेकर डेली डेटा तक कई फायदे, देखें लिस्ट….
सस्ते रिचार्ज प्लान के मामले में BSNL का कोई मुकाबला नहीं है. कंपनी कम कीमत में कई फायदों वाले रिचार्ज प्लान पेश करती है. प्राइवेट कंपनियों के महंगे रिचार्ज प्लान के कारण कई लोग BSNL के साथ जुड़े हैं और अब देश की एकमात्र सरकारी टेलीकॉम कंपनी की सेवाओं का फायदा उठा रहे हैं. आज हम आपके लिए BSNL के सबसे सस्ते तीन प्लान लेकर आए हैं. 107 रुपये वाला प्लान BSNL का सबसे सस्ता प्लान 107 रुपये का है. यह प्लान भले ही सस्ता है, लेकिन इसमें कई शानदार फायदे दिए जा रहे हैं. इस प्लान में 35 दिनों की वैलिडिटी मिल रही है. यानी कंपनी अपने सबसे सस्ते प्लान में भी एक महीने से अधिक की वैलिडिटी दे रही है. इसके साथ ग्राहक वैलिडिटी के दौरान 200 मिनट तक वॉइस कॉलिंग और 3GB डेटा यूज कर सकते हैं. इसमें SMS और किसी अन्य तरह के बेनेफिट नहीं दिए जा रहे. BSNL का 153 रुपये का प्लान कंपनी का दूसरा सबसे सस्ता प्लान 153 का है. यह प्लान अनलिमिटेड कॉलिंग और डेटा के साथ आता है. 153 रुपये में BSNL 26 दिनों की वैलिडिटी दे रही है. वैलिडिटी के दौरान ग्राहक देशभर में किसी भी नंबर पर अनलिमिटेड कॉलिंग, रोजाना एक GB के हिसाब से कुल 26GB डेटा और रोजाना 100 SMS का फायदा उठा सकते हैं. 26GB डेटा पूरा होने के बाद 40kbps की स्पीड पर अनलिमिटेड इंटरनेट एक्सेस किया जा सकता है. 197 रुपये वाला प्लान इस प्लान में 70 दिनों की वैलिडिटी ऑफर की जा रही है. तीन सबसे सस्ते प्लान्स में से यह सबसे लंबी वैलिडिटी वाला प्लान है. 70 दिनों की वैलिडिटी के साथ-साथ इस प्लान में शुरुआती 18 दिनों तक अनलिमिटेड कॉलिंग, रोजाना 2GB डेटा और 100 SMS ऑफर किए जा रहे हैं. ध्यान रहे कि कॉलिंग, SMS और डेटा का फायदा शुरुआती 18 दिनों तक ही है. इसके बाद यह प्लान केवल वैलिडिटी के साथ रह जाएगा.
अब सरेंडर करने वाले नक्सलियों को मिलेंगी ये खास सुविधाएं, विष्णुदेव साय सरकार का बड़ा फैसला…
सरकार ने बुधवार को छत्तीसगढ़ नक्सलवादी आत्मसमर्पण/पीड़ित राहत एवं पुनर्वास नीति-2025 को मंजूरी प्रदान की, जिसके तहत सरेंडर करने वाले माओवादियों को वित्तीय सहायता, शिक्षा, रोजगार और सुरक्षा जैसी सुविधाएं दी जाएंगी. अधिकारियों ने बताया कि मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की अध्यक्षता में बुधवार (12 मार्च) को यहां मुख्यमंत्री निवास कार्यालय में मंत्रिपरिषद की बैठक आयोजित की गई. उन्होंने बताया कि मंत्रिपरिषद ने राज्य में नक्सल समस्या के समाधान के लिए ठोस पहल करते हुए छत्तीसगढ़ नक्सलवाद उन्मूलन नीति-2023 के स्थान पर छत्तीसगढ़ नक्सलवादी आत्मसमर्पण/पीड़ित राहत एवं पुनर्वास नीति-2025 को मंजूरी प्रदान की है. ‘नक्सलवाद खत्म करने की दिशा में बड़ा कदम’ इस नीति के तहत सरेंडर करने वाले माओवादियों को आर्थिक सहायता, पुनर्वास, शिक्षा, रोजगार और सुरक्षा जैसी सुविधाएं दी जाएंगी. अधिकारियों ने बताया कि इस नीति के तहत सरेंडर करने वाले माओवादियों को कई तरह की सुविधाएं दी जाएंगी. इनमें आर्थिक मदद, पुनर्वास की व्यवस्था, शिक्षा और रोजगार के अवसर शामिल हैं. साथ ही, उनकी सुरक्षा का भी पूरा ध्यान रखा जाएगा. सरकार का मानना है कि यह कदम नक्सलवाद को कम करने में कारगर साबित होगा. मुख्यमंत्री साय ने कहा कि राज्य सरकार नक्सल समस्या को जड़ से खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध है और यह नीति उस दिशा में एक बड़ा कदम है. दी जाएगी ट्रेनिंग अधिकारियों ने बताया कि बैठक में यह भी तय किया गया कि सरेंडर करने वाले नक्सलियों को समाज में दोबारा बसाने के लिए विशेष योजनाएं बनाई जाएंगी. उन्हें ट्रेनिंग देकर आत्मनिर्भर बनाया जाएगा, जिससे वे हिंसा का रास्ता छोड़कर सम्मानजनक जीवन जी सकें. इसके अलावा, नक्सल हिंसा से प्रभावित लोगों के लिए भी राहत और पुनर्वास की व्यवस्था की जाएगी. ‘नई उम्मीद लेकर आई ये नीति’ उन्होंने बताया कि यह नीति छत्तीसगढ़ में लंबे समय से चली आ रही नक्सल समस्या के समाधान के लिए एक नयी उम्मीद लेकर आई है. सरकार का दावा है कि इससे न केवल नक्सलियों को मुख्यधारा में जोड़ने में मदद मिलेगी, बल्कि राज्य में शांति और विकास को भी बढ़ावा मिलेगा.
पाकिस्तान में हाईजैक का पहला डरावना वीडियो, दहला मुल्क, BLA ने पाक के साथ कर दिया गेम…
पाकिस्तान में ट्रेन हाईजैक संकट को लेकर अलग-अलग दावे किए जा रहे हैं. बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) ने दावा किया है कि उसने पाकिस्तान के 100 से ज्यादा सैनिकों को मार दिया है और 150 से ज्यादा लोग अब भी उसके कब्जे में हैं. वहीं पाकिस्तानी सेना ने इस संकट के खत्म होने का दावा किया है. सेना के मुताबिक इस हमले में 4 सैनिकों और 21 नागरिकों की मौत हुई है, जबकि 33 BLA लड़ाकों को मार गिराया गया है. इस बीच सोशल मीडिया पर ताबूतों की तस्वीरें और BLA की ओर से जारी जारी एक वीडियो ने पाकिस्तान में सनसनी फैला दी है. ट्रेन हाईजैक के बाद अब एक नई खबर ने हलचल मचा दी है. दावा किया जा रहा है कि पाकिस्तान सरकार की तरफ से 200 से ज्यादा ताबूत क्वेटा लाए गए हैं. रिपोर्ट्स के मुताबिक ये ताबूत उसी बोलन इलाके में भेजे गए हैं, जहां BLA के आतंकियों ने ट्रेन हाईजैक कर रखी है. इस घटनाक्रम के बाद पाकिस्तान सरकार पर दबाव और बढ़ गया है, क्योंकि हाईजैकर्स ने बंधकों के बीच सुसाइड बॉम्बर बैठा रखे हैं, जिससे हालात और भी गंभीर हो गए हैं. BLA का अल्टीमेटम काउंटडाउन BLA ने पाकिस्तान सरकार को 48 घंटे का अल्टीमेटम दिया था, जो अब घटकर कुछ घंटे रह गया है. इसमें साफ चेतावनी दी है कि अगर बलूच के राजनीतिक कैदियों को रिहा नहीं किया गया और सैन्य ऑपरेशन नहीं रोका गया तो बंधकों की हत्या कर दी जाएगी. इसी सिलसिले में BLA ने एक और प्रेस रिलीज जारी कर सरकार को अपनी शर्तें याद दिलाई है. दूसरी ओर BLA कभी चिट्ठी जारी कर रहा है, कभी ऑडियो मैसेज भेज रहा है और अब एक वीडियो भी सामने आया है, जिसने पाकिस्तान में खलबली मचा दी है. हाईजैक के बाद पहला वीडियो आया सामने BLA की ओर से जारी इस वीडियो में साफ दिखाया गया है कि BLA ने पहाड़ियों पर अपनी पोजीशन पहले से ही संभाल रखी थी. जैसे ही सैन्य ऑपरेशन शुरू हुआ वैसे ही ट्रेन को हाईजैक कर लिया गया. कुछ देर बाद वीडियो में जाफर एक्सप्रेस पटरी पर खड़ी नजर आई जहां BLA ने बंधकों को तीन ग्रुप में बांट दिया आम नागरिक, पाकिस्तानी सैनिक और ISI एजेंट्स. इस बीच BLA ने पाकिस्तानी सेना के कब्जे में लिए गए जवानों की एक चिट्ठी भी जारी की है, जिसमें 180 जवानों के नाम, उनके मोबाइल नंबर और वाउचर नंबर दर्ज हैं. पाक सेना के दावे पर उठे सवाल पाकिस्तानी सेना ने दावा किया है कि उसने 150 से ज्यादा बंधकों को छुड़ा लिया है, लेकिन रिपोर्ट्स के अनुसार हकीकत ये है कि आम यात्रियों को खुद BLA ने रिहा किया है. हाईजैक के समय ट्रेन में 400-500 लोग सवार थे, लेकिन BLA के लड़ाके सिर्फ सेना के जवानों और ISI एजेंट्स को ही निशाना बना रहे हैं. ऐसे में पाकिस्तानी सेना की कार्रवाई और उसके दावों पर सवाल उठ रहे हैं. अब सबकी नजरें अगले 24 घंटे पर टिकी हैं, क्योंकि अगर सरकार BLA की शर्तें नहीं मानती तो ये संकट और गहरा सकता है.
धमतरी के हेमेंद्र साहू का प्रादेशिक सेना में चयन, समाज ने किया सम्मान
धमतरी जिले के ग्राम रावा निवासी हेमेंद्र साहू ने प्रादेशिक सेना में चयनित होकर जिले और समाज का मान बढ़ाया। इस उपलब्धि पर जिला साहू संघ के पदाधिकारियों और समाज के प्रमुख लोगों ने उनके निवास पर पहुंचकर श्रीफल, साल और मिठाई खिलाकर सम्मानित किया। जिलाध्यक्ष अवनेंद्र साहू ने कहा, “हमारे समाज का युवा देश सेवा में जा रहा है, यह गर्व का क्षण है। हम उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हैं।” इस मौके पर लीलाराम साहू, ललित चौधरी, केशव साहू, देहुती साहू, उपेन्द्र साहू, मनीष साहू, चांद साहू, मयंक साहू, दिकू साहू और कारन पटेल भी उपस्थित रहे।
कमार समाज का भवन नॉलेज सेंटर के रूप में विकसित होगा, समाज की सामाजिक, सांस्कृतिक धरोहरों की जानकारी…
धमतरी/ 12 मार्च कलेक्टर अबिनाश मिश्रा आज नगरी में नवनिर्मित कमार समाज भवन पहुंचे। इस दौरान उन्होंने कमार समाज के प्रमुखों से चर्चा की और शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ दिलाने एवं उनके जीवन में बदलाव लाने की बात कही। कलेक्टर मिश्रा ने कमार समाज भवन को नॉलेज सेंटर के अनुरूप विकसित करने को कहा। उन्होंने कहा कि इस भवन में कमार समाज के लोगों की सामाजिक, सांस्कृतिक पहचानों से लेकर उनके जीवन आधारित उपयोग की जाने वाली सामग्री, देवी-देवता, वेशभूषा, औजार, निर्मित सामग्री आदि को केन्द्रीत करते हुए चित्रों और भौतिक सामग्रियों को रखा जायेगा, ताकि अन्य लोगों को भी इस समाज की विस्तृत सांस्कृतिक विरासत, जीवन शैली, खान-पान की जानकारी मिल सके। इसके साथ ही कलेक्टर ने अधिकारियों को यह भी निर्देश दिये कि भवन में कमार जनजाति के लोगों के लिए एक कॉल सेंटर की भी व्यवस्था की जाये, ताकि यहां से उन्हें शासन की विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं-कार्यक्रमों सहित अन्य महत्वपूर्ण जानकारी मिल सके और उन्हें उसका लाभ लेने के लिए भी प्रशासकीय मदद मिल सके। कलेक्टर मिश्रा से चर्चा करते हुए कमार समाज के ब्रांड एम्बेसेडर सरोज नेताम ने अपना अनुभव साझा करते हुए कहा पहले हमारा समाज पिछड़ा हुआ था, जहां शासन की योजनाएं नहीं पहुंच पाती थी। लेकिन इन दिनों शासन-प्रशासन द्वारा जो सुविधायें उपलब्ध करायी जा रही है। इसके लिए जिला प्रशासन का काम सराहनीय है। हमारे लिए आवश्यक दस्तावेज, झोपड़ी की जगह पक्का मकान, बच्चों को शिक्षा से जोड़ने, बरोजगारों को रोजगार उपलब्ध कराने, गांव से शहर तक जाने हेतु सड़क, बेहतर स्वास्थ्य सुविधायें उपलब्ध करायी जा रही है। उन्होंने बताया कि हॉल ही उसे देश की राजधानी दिल्ली में आयोजित जनमन के कार्यक्रम में शामिल होने का अवसर प्राप्त हुआ था, जहां उसने अपने समाज के जीवनशैली और जनमन योजना से जुड़ने के बाद आये बदलाव को इतने बड़े मंच में रखा। इस अवसर पर कमार समाज के गजेसिंह मरकाम, रतनू कमार, बिसम्बर सोरी, हरेलाल कमार, सोधे लाल कमार और बजरंगी कमार ने बताया कि जिला प्रशासन के पहल से हम कमार वर्ग को शासन की योजनाओं का लाभ मिल रहा है। हमें शिक्षा, सड़क, पक्का मकान, बिजली, स्वास्थ्य आदि मूलभूत सुविधाओं से जोड़ा जा रहा है। प्रधानमंत्री जनमन योजना से हमारे जिला प्रशासन के पहल से हम कमार वर्ग को शासन की योजनाओं का लाभ मिल रहा है। हमें शिक्षा, सड़क, पक्का मकान, बिजली, स्वास्थ्य आदि मूलभूत सुविधाओं से जोड़ा जा रहा है। प्रधानमंत्री जनमन योजना से हमारे जीवन में बदलाव आया है। इसके लिए उन्होंने शासन का धन्यवाद किया।वन में बदलाव आया है। इसके लिए उन्होंने जिला प्रशासन और शासन का धन्यवाद किया।
कलेक्टर ने नन्हें-मुन्ने बच्चों से की बातचीत…
धमतरी/ 12 मार्च वनांचल नगरी के ग्राम पीपराहीभर्री में मॉडल आंगनबाड़ी केन्द्र आकर्षण का केन्द्र है। यहां विशेष पिछड़ी जनजाति कमार वर्ग के नन्हें-मुन्ने बच्चे खेल-कूद, पढ़ाई इत्यादि कर रहे हैं। कलेक्टर अबिनाश मिश्रा ने आज अपने नगरी प्रवास के दौरान पीपराहीभर्री के मॉडल आंगनबाड़ी केन्द्र का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों से भवन निर्माण की लागत, बच्चों को मिलने वाली भोजन की जानकारी ली। अधिकारियों ने बताया कि यह भवन 11.69 लाख रूपये की लागत से बनाया गया है। कलेक्टर ने आंगनबाड़ी के बच्चों को गरम पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराने, बच्चों की कुपोषण स्तर को जांचने, स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने आदि के निर्देश अधिकारियों को दिए। इस अवसर पर कलेक्टर ने नन्हें-मुन्ने बच्चों से भी बातचीत की।
कलेक्टर ने सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र नगरी का किया निरीक्षण…
धमतरी/ 12 मार्च कलेक्टर अबिनाश मिश्रा ने आज नगरी पहुंचकर वहां संचालित सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होने अस्पताल में भर्ती मरीज से बातचीत करते हुए उनका हाल जाना। कलेक्टर मिश्रा ने अस्पताल में आने वाले मरीजों को दी जाने वाली सुविधाओं, कुल ओपीडी, मरीजों को दिये जाने वाले भोजन, चिकित्सकों एवं अन्य कर्मचारियों की संख्या, ऑपरेशन की सुविधा सहित अन्य महत्वपूर्ण विषयों पर जानकारी ली। कलेक्टर ने कहा कि अस्पताल में आने वाले मरीजों को किसी प्रकार की दिक्कत न हो इस बात का ध्यान अधिकारी रखें। कलेक्टर ने अस्पताल में मरीजों की दिये जाने वाले भोजन की गुणवत्ता सही रखने के निर्देश अधिकारियों को दिये। इस दौरान कलेक्टर मिश्रा ने अस्पताल में संचालित पोषण पुर्नवास केन्द्र का भी अवलोकन किया। उन्होंने अस्पताल में भर्ती बच्चे की माता जोहतरीन बाई से चर्चा करते हुए भोजन की गुणवत्ता पूछी। कलेक्टर पोषण पुर्नवास केन्द्र में भर्ती बच्चों को डाईट चार्ट के अनुरूप आहार देने के निर्देश दिये। उन्होने डाईट चार्ट को केन्द्र के मुख्य स्थान पर लगाने कहा। कलेक्टर ने अधिकारियों से कहा कि पोषण पुर्नवास केन्द्र में कोई बेड खाली न रहे, इस बात का ध्यान रखें। इसके लिए आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं से समन्वय बनाकर काम करें।
दसवीं-बारहवीं के बच्चों को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए किया प्रेरित…
धमतरी/ 12 मार्च कलेक्टर अबिनाश मिश्रा आज धमतरी जिले के वनांचल क्षेत्र नगरी विकासखण्ड में संचालित एकलव्य आवासीय विद्यालय पथर्रीडीह पहुंचे। कलेक्टर को अपने बीच पाकर विद्यार्थी काफी खुश नजर आए और कलेक्टर का आत्मीय स्वागत किया। इस दौरान कलेक्टर ने विद्यार्थियों से रू-ब-रू चर्चा करते हुए विद्यालय में मिल रही सुविधाओं छात्रावास, भोजन, शिक्षकों की उपलब्धता, शैक्षणिक और खेल गतिविधियां इत्यादि के बारे में पूछा। साथ ही उन्होंने विद्यार्थियों का मनोबल बढ़ाते हुए कहा कि आगे बढ़ना है तो वे बड़े सपने देखें, सफलता निश्चित ही मिलेगी। उन्होंने विद्यार्थियों को पढ़ाई के साथ-साथ अन्य गतिविधियों जैसे-चित्रकला, संगीत, खेल, नृत्य, नाटक इत्यादि में भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने कहा। कलेक्टर मिश्रा ने कहा कि विद्यार्थियों की रूचि जिस क्षेत्र में है, उसमें वे मन लगाकर हिस्सा लें और आगे बढ़े, मेहनत कभी भी व्यर्थ नहीं जाती। कलेक्टर ने दसवीं और बारहवीं के विद्यार्थियों को प्रतियोगी परीक्षाओं में शामिल होने के लिए प्रेरित किया। इसके लिए पुराने प्रश्न पत्रों, समाचार पत्र सहित अन्य पुस्तकों को पढ़ने की बात कही। कलेक्टर मिश्रा ने उपस्थित शिक्षकों से भी चर्चा की और विद्यार्थियों की डायरी, उनके परीक्षा परिणाम, प्रतियोगी परीक्षा में शामिल होने वाले विद्यार्थियों की संख्या और विद्यालय में की जा रही गतिविधियों आदि की जानकारी ली। उन्होंने बच्चों को आगे बढ़ाने और प्रतियोगी परीक्षाओं में शामिल करने के लिए शिक्षकों से सुझाव भी मांगे। साथ ही दसवीं और बारहवीं के विद्यार्थियों को परीक्षाओं में शामिल होने के लिए विशेष प्रयास करने कहा। कलेक्टर ने इसके लिए आवश्यक सुविधाएं प्रदाय करने की बात भी कही। कलेक्टर मिश्रा ने विद्यालय में संचालित मेडिकल और साईंस लैब, लाईब्रेरी, बास्केटबॉल कोर्ट सहित अन्य कक्षों का भी अवलोकन किया। शिक्षकों की मांग पर कलेक्टर ने विद्यालय परिसर में पानी की जल्द से जल्द व्यवस्था करने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए।