धमतरी/ पुलिस थाना भखारा को मुखबिर से सूचना मिली की रूपनारायण साहू के घर के सामने कुछ लोग 52 पत्ती ताश से हारजीत का दांव लगाकर जुआ खेल रहे है की सूचना पर थाना प्रभारी भखारा द्वारा हमराह स्टॉफ के मुखबिर के बताये स्थान पर पहुंचकर घेराबंदी कर रेड कार्यवाही किया गया तो कुछ लोग पुलिस को देखकर भाग गये तथा कुछ लोग जुआ खेलते रंगे हाथ पकडे गये। पकडे गये जुआडियान का नाम पता पूछने पर (अपना नाम)-: जुआरियों का नाम (01) रूपनायण साहू पिता बसंत साहू उम्र 44 वर्ष साकिन गातापार थाना भखारा जिला धमतरी (02) कमलेश कुमार साहू पिता कल्याण साहू उम्र 33 वर्ष साकिन गातापार थाना भखारा जिला धमतरी (03) गोपाल साहू पिता भारत साहू उम्र 34 वर्ष साकिन हंचलपुर थाना भखारा जिला धमतरी (04) नीलकमल साहू पिता नरोत्तम साहू उम्र 33 वर्ष साकिन गातापार थाना भखारा जिला धमतरी (05) मनीष साहू पिता महादेव साहू उम्र 36 वर्ष साकिन हंचलपुर थाना भखारा जिला धमतरी (06) उमेश पटेल पिता अशोक पटेल उम्र 23 वर्ष साकिन भेण्डरवानी थाना भखारा जिला धमतरी (07) डुमेन्द्र कुमार साहू पिता माखन लाल उम्र 24 वर्ष साकिन भेण्डसर थाना भखारा जिला धमतरी (08) नीलू साहू पिता खुबी राम उम्र 23 वर्ष साकिन वार्ड क्रमांक 09 भखारा थाना भखारा जिला धमतरी (09) रामधानी साहू पिता भरत साहू उम्र 40 वर्ष साकिन भेण्डसर थाना भखारा जिला धमतरी (10) सूरज कुमार साहू पिता मणी राम उम्र 48 वर्ष साकिन गातापार थाना भखारा जिला धमतरी का रहने वाला बताया जिनके पास एवं फंड से कुल कुल 47800/- रूपये एवं 52 पत्ती तास जप्त किया गया एवं थाना भखारा के अप.क्र.26/25 धारा 3(2) छ.ग.जुआ प्रतिशेध अधिनियम 2022 के तहत अपराध पंजीबद्ध कर वैधानिक कार्यवाही किया गया। • सम्पूर्ण कार्यवाही में थाना प्रभारी उप निरीक्षक उमाकांत तिवारी,प्रआर. त्रिलोकी बघेल,मनोहर साहू,आरक्षक खुमान लाल साहू ,गजेन्द्र टण्डन, हरिशंकर सिन्हा, हेमराज नेताम, महिला आरक्षक अमृता मत्स्यपाल का विशेष योगदान रहा।
अब किचन से गायब होने वाला है दूध, इतनी बढ़ने वाली है कीमत; आधा लीटर खरीदना भी जेब पर भारी…
कर्नाटक के बेंगलुरु मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (BMRCL) के नम्मा मेट्रो का किराया बढ़ने के बाद अब राज्य में दूध की कीमत बढ़ने वाली है. यहां की सरकार दूध की कीमत 5 रुपये प्रति लीटर बढ़ाने का सोच रही है, कई बेंगलुरूवासियों सहित कर्नाटक की आम जनता की जेबों पर पड़ेगा. एक लीटर की इतनी बढ़ जाएगी कीमत कर्नाटक के पशुपालन मंत्री के वेंकटेश ने बताया कि डेयरी किसानों की बढ़ती मांग के कारण दूध की कीमतें जल्द ही बढ़ जाएंगी. बुधवार को विधान परिषद में उन्होंने किसानों पर पड़ रहे आर्थिक दबाव का जिक्र करते हुए कहा, हम नई दरें लागू करने से पहले किसानों की चिंताओं और उपभोक्ताओं के हितों दोनों का ध्यान रख रहे हैं. उन्होंने यह भी कहा, दूध की कीमत बढ़ने पर अंतिम फैसला मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के साथ चर्चा के बाद लिया जाएगा. रिपोर्ट के मुताबिक, एक लीटर नंदिनी दूध की कीमत 44 रुपये से बढ़कर 47 रुपये हो सकती है. क्यों बढ़ रही है दूध की कीमत? इससे पहले पिछले साल जून में दूध की कीमतें बढ़ी थीं. उस दौरान कर्नाटक सहकारी दुग्ध उत्पादक संघ (KMF) ने दूध की कीमत प्रति लीटर दो रुपये बढ़ाई थी. इससे पहले, जुलाई 2023 में राज्य सरकार ने 3 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी को मंजूरी दी थी, जबकि KMF ने 5 रुपये तक बढ़ाने की बात कही थी. उस दौरान मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा था कि कर्नाटक में दूध की कीमतें अभी भी कई अन्य राज्यों के मुकाबले कम है. इनकी भी बढ़ जाएगी कीमत अब दूध की कीमत बढ़ेगी, तो घी, मक्खन, पनीर और आइसक्रीम जैसे डेयरी प्रोडक्ट्स भी महंगे हो जाएंगे. इसी के साथ बेंगलुरु होटल एसोसिएशन ने फिल्टर कॉफी की भी कीमत बढ़ाने की बात कही है. फिलहाल एक कप फिल्टर कॉफी की कीमत 12 से 15 रुपये है, लेकिन कॉफी पाउडर की कीमत बढ़ने के बाद इसकी कीमत 15 से 20 रुपये तक बढ़ने की संभावना है.
‘देश राम का है, तुम्हारे बाप का नहीं…’, बोले धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री, अब RJD-BJP आमने-सामने…
बिहार के गोपालगंज में बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने गुरुवार (06 मार्च, 2025) से हनुमंत कथा की शुरुआत की. हनुमंत कथा को लेकर सियासी हलचल तेज होती जा रही है. आरजेडी और बीजेपी के बीच वार-पलटवार का दौर जारी है. इसी बीच धीरेंद्र शास्त्री ने भी अपने विरोधियों को करारा जवाब दिया है. उन्होंने कहा कि हम बिहार में वोट मांगने या राजनीति करने नहीं आए हैं, बल्कि हिंदुओं को एकजुट करने आए हैं. हम किसी पार्टी के प्रचारक नहीं, बल्कि हिंदुओं के विचारक हैं. धीरेंद्र शास्त्री ने कहा, “राम के राष्ट्र में राम की कथा को तुम कैसे रोक लोगे? यह देश राम का है, तुम्हारे बाप का नहीं. ‘वोट बैंक की राजनीति कर रहे हैं’ गोपालगंज से आरजेडी के विधायक प्रेम शंकर प्रसाद ने बाबा पर हमला किया है. प्रेम शंकर प्रसाद ने कहा कि बिहार में धार्मिक उन्माद फैलाने से कुछ हासिल नहीं होने वाला है. आने वाले चुनावों में अयोध्या जैसा हाल होगा. भगवान राम से ऊपर कोई नहीं है. वे (बागेश्वर बाबा) हनुमंत कथा के जरिए वोट बैंक की राजनीति कर रहे हैं. ‘इस्लाम धर्म कबूल कर सकते हैं’ आरजेडी नेता के बयान पर बीजेपी ने पलटवार किया है. बिहार बीजेपी के प्रदेश महामंत्री और बैकुंठपुर के पूर्व विधायक मिथिलेश तिवारी ने कहा कि आरजेडी विधायक टोपी वालों का वोट अपनी तरफ खींचने के लिए करोड़ों हिंदुओं की आस्था से खिलवाड़ कर रहे हैं. अगर उन्हें हिंदुओं से इतनी नफरत है, तो वे इस्लाम धर्म कबूल कर सकते हैं. बता दें कि छह मार्च से शुरू हुई बागेश्वर धाम के पं. धीरेंद्र शास्त्री की हनुमंत कथा 10 मार्च तक राम जानकी मठ में जारी रहेगी. आठ मार्च को उनका दिव्य दरबार भी लगेगा. आयोजन स्थल पर आयोजक की ओर से 100 से अधिक खानसामा के माध्यम से प्रसाद और भोजन बनाने की व्यवस्था की गई है. पांच दिवसीय हनुमंत कथा को लेकर सियासत कब थमेगी यह तो समय ही बताएगा.
होली के पहले सेहत से खेल, बेंचे जा रहे एक्सपायर सामान, खराब रिफाइंड, मैदा से बने चिप्स-कचरी, सेंवई…
होली के पहले सस्ते के फेर में कहीं आप जानलेवा बीमारी घर तो नहीं ला रहे हैं. त्योहार पर सस्ते सामान खरीदते हैं तो सावधान हो जाइए. आप भी अगर मिलावटखोरों की साजिश का शिकार हुए तो पाताल पहुंच जाएंगे क्योंकि त्योहार के पहले तहखाने में सेहत से खेल चल रहा है. गंदगी और मानकों को धता बताते हुए दो से तीन साल पहले एक्सपायर हो चुके रिफाइंड, खराब हो चुके मैदा, एक्सपायर मसाले, रंग और हानिकारक रसायनों से कचरी, चिप्स और सेंवई की जा रही थी. ठेले-खोमचे का 100 रुपए के रजिस्ट्रेशन की आड़ में बीते 10 सालों से ये खेल चल रहा है. जानवरों की सेहत को भी नुकसान पहुंचाने वाले खाने के सामान से मिलावटखोरों ने बाजार को पाट दिया है. इससे जहां त्योहार पर जनता बेहाल तो वहीं मिलावटखोर मालामाल हो रहे हैं. ताजा मामला यूपी के गोरखपुर का है. गोरखपुर के हावर्ट बंधे के बंधे के पास तहखाने में चल रही फैक्ट्री पर जब खाद्य-रसद और औषधि प्रशासन की टीम ने सहायक आयुक्त खाद्य सुधीर कुमार सिंह के नेतृत्व में छापा मारा तो उनके भी होश उड़ गए. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने खाने-पीने की वस्तुओं में मिलावट करने वाले मिलाटखोरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं. गोरखपुर में मिलावटखोरों की जड़ें पाताल तक पहुंच चुकी है. गोरखपुर फूड विभाग की टीम ने एक ऐसी फैक्ट्री पकड़ी है, जिसमें तीन तहखानों में तीन से चार साल पहले एक्सपायर हो चुके रिफाइंड, खराब हो चुके एक्सपायर मैदा, एक्सपायर प्रतिबंधित रंग और हानिकारक कैमिकल का उपयोग कर जहरीले चिप्स-कचरी और सेंवई तैयार किए जा रहे थे. ये खेल पिछले 10 सालों से ठेले-खोंमचे के 100 रुपए के बांड पर चल रहा था. मिलावटखोर जहां डाल-डाल तो वहीं फूड विभाग की टीम पात-पात उनका पीछा करते हुए चल रही है. फैक्ट्री में बनाए ती तहखाने इस बार मिलावटखोरों ने इनकी नजर से बचने के लिए पाताल यानी तहखानेनुमा बेसमेंट में ही चोरी-छुपे फैक्ट्री डाल दी है. गोरखपुर के सहायक आयुक्त खाद्य सुधीर कुमार सिंह ने बताया कि इस फैक्ट्री में तीन तहखाने बनाए गए हैं. इसी में लोगों की सेहत से खिलवाड़ का खेल बीते 10 सालों से चल रहा है. भीषण गंदगी और एक्सपायर सामान से खाने के लिए प्रतिबंधित रंग का इस्तेमाल करके चिप्स तैयार कर बाजार में पहुंचाया जा रहा था. फूड विभाग की टीम ने भारी मात्रा में गंदगी में मानक को धता बताते हुए तैयार किया गया चिप्स और अन्य आइटम बरामद कर नमूना एकत्र कर सारे माल को सील कर दिया है. गोरखपुर के हावर्ट बंधे के पास चैन सिंह मंदिर के पास कचरी और पापड़ बनाने का काम किया जाता है. फैक्ट्री में दो-तीन तहखाने में हानिकारक रसायन के साथ मैदा और रंग के साथ रिफाइंड से इसे तैयार किया जा रहा है. जो रिफाइंड मिला है, वो भी दो से तीन साल पुराना है. सोडा और अन्य सामान और मसाले सभी चीजें एक्सपायर हैं. नमकीन और कचरी में किसी भी तरह के रंग का प्रयोग प्रतिबंधित है. इसे मिलाने पर पूरी तरह से प्रतिबंध है. इसके प्रयोग के लिए फक्ट्री चलाने वाले लोगों को मना किया गया है. लोगों से अपील किया गया है कि सेहते के लिए हानिकारक रंग मिली हुई ऐसी चीजें न बेचें और न ही खाएं. अभी इनके पास लाइसेंस नहीं है. ठेले-खोमचों वाला 100 रुपए का रजिस्ट्रेशन करा रखें हैं
दिल्ली मेट्रो की गोल्डन लाइन पर बड़ी सफलता, इस मेट्रो स्टेशन की अंडरग्राउंड सुरंग का काम पूरा…
दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (DMRC) ने गुरुवार (6 मार्च) को फेज-IV के तहत टनल निर्माण में एक और महत्वपूर्ण सफलता हासिल की है. तुगलकाबाद-एरोसिटी कॉरिडोर पर किशनगढ़ और वसंत कुंज स्टेशन के बीच 1550 मीटर लंबी भूमिगत टनल का निर्माण पूरा हो गया है. टनल बोरिंग मशीन ने वसंत कुंज मेट्रो स्टेशन पर सफलता पूर्वक ब्रेक थ्रू किया, जिससे इस परियोजना को एक नया मुकाम मिला. इस ऐतिहासिक मौके पर केंद्रीय आवासन और शहरी कार्य मंत्री मनोहर लाल और राज्य मंत्री तोखन साहू भी उपस्थित रहे. इस तकनीक से बना 1550 मीटर लंबा टनल टनल निर्माण में 91 मीटर लंबी आधुनिक टनल बोरिंग मशीन का उपयोग किया गया, जो लगभग 23 मीटर की गहराई पर कार्य कर रही थी. इस सुरंग में 1107 प्रीकास्ट कंक्रीट रिंग लगाए गए हैं और इसका व्यास 5.8 मीटर है. इस पूरे निर्माण कार्य को अर्थ प्रेशर बैलेंसिंग मेथड (EPBM) से पूरा किया गया. इस टनल की खुदाई 30 अक्टूबर 2023 को शुरू हुई थी, और इसके दौरान कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा. निर्माण कार्य के दौरान सुरक्षा मानकों का सख्ती से पालन किया गया और विशेष उपकरणों से भूमि की हलचल पर लगातार नजर रखी गई. फेज़-IV में तेजी से बढ़ रहा निर्माण कार्य DMRC फेज-IV के तहत कुल 40.109 कि.मी. अंडरग्राउंड लाइनों का निर्माण कर रहा है, जिसमें से एरोसिटी-तुगलकाबाद कॉरिडोर का 19.343 कि.मी. हिस्सा अंडरग्राउंड होगा. जानकारी के अनुसार, इसी रूट पर दूसरी समानांतर टनल का निर्माण जून 2025 तक पूरा होने की उम्मीद है. DMRC ने पहले भी फेज-I से ही टनल निर्माण में टनल बोरिंग मशीन तकनीक का उपयोग किया है. फेज-III के दौरान भी करीब 50 कि.मी. अंडरग्राउंड सेक्शन बनाने के लिए 30 टनल बोरिंग मशीनों का इस्तेमाल किया गया था. दिल्ली मेट्रो के विस्तार को मिलेगी रफ्तार गोल्डन लाइन पर हो रहा यह निर्माण कार्य दिल्ली के लोगों को कम समय में यात्रा कराने की दिशा में एक और कदम है. इस टनल के बनने से दक्षिणी दिल्ली से एरोसिटी तक की कनेक्टिविटी में सुधार होगा और मेट्रो यात्रियों को अधिक सुविधाजनक सफर मिल सकेगा. आने वाले समय में इस लाइन के अन्य हिस्सों पर भी तेजी से काम किया जाएगा, जिससे दिल्ली मेट्रो के विस्तार को और गति मिलेगी
चैंपियंस ट्रॉफी फाइनल में कब, क्या हुआ? जानें टीम इंडिया का परफॉर्मेंसचैंपियंस ट्रॉफी फाइनल में कब, क्या हुआ? जानें टीम इंडिया का परफॉर्मेंस…
भारतीय टीम न्यूजीलैंड के खिलाफ चैंपियंस ट्रॉफी फाइनल खेलेगी. टीम इंडिया रिकॉर्ड पांचवीं बार चैंपियंस ट्रॉफी फाइनल में पहुंची है, लेकिन क्या आप जानते हैं इस टूर्नामेंट के फाइनल में भारत का प्रदर्शन कैसा रहा है? भारतीय टीम सबसे पहले चैंपियंस ट्रॉफी 2000 के फाइनल में पहुंची, लेकिन न्यूजीलैंड के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा. पहले बल्लेबाजी करने उतरी टीम इंडिया ने सौरव गांगुली के शतक की बदौलत 50 ओवर में 6 विकेट पर 264 रनों का स्कोर बनाया. जिसके जवाब में न्यूजीलैंड ने 49.4 ओवर 6 विकेट पर टारगेट हासिल कर लिया. न्यूजीलैंड के लिए ऑलराउंडर क्रिस केंस ने शतक बनाया. चैंपियंस ट्रॉफी फाइनल और टीम इंडिया- इसके बाद भारतीय टीम चैंपियंस ट्रॉफी 2002 के फाइनल में पहुंची. इस बार फाइनल में भारत और श्रीलंका की टीमें थीं, लेकिन बारिश की वजह से फाइनल धुल गया. भारत और श्रीलंका दोनों टीमों को संयुक्त विजेता घोषित किया गया. चैंपियंस ट्रॉफी 2013 के फाइनल में भारत के सामने इंग्लैंड की टीम थी. महेन्द्र सिंह धोनी की कप्तानी वाली भारतीय टीम ने इंग्लैंड को 5 रनों से हरा दिया. दरअसल, भारत-इंग्लैंड के बीच फाइनल बारिश की वजह से 50 ओवर के बजाय 20-20 ओवरों का खेला गया. पहले बल्लेबाजी करने उतरी भारतीय टीम ने 20 ओवर में 7 विकेट पर129 रनों का स्कोर बनाया. भारत ने फाइनल में इंग्लैंड को हराया भारत के 129 रनों के जवाब में इंग्लैंड टीम 20 ओवर में 8 विकेट पर महज 124 रन बना सकी. इस तरह टीम इंडिया 5 रनों से चैंपियन बन गई. वहीं, इसके बाद भारतीय टीम चैंपियंस ट्रॉफी 2017 के फाइनल में पहुंची. इस बार भारत के सामने फाइनल में सरफराज अहमद की कप्तानी वाली पाकिस्तान की टीम थी. पहले बल्लेबाजी करने उतरी पाकिस्तान ने 50 ओवर में 4 विकेट पर 338 रनों का स्कोर बनाया. जिसके जवाब में भारतीय टीम 30.3 ओवर में 158 रनों पर सिमट गई. इस तरह टीम इंडिया को 180 रनों के बड़े अंतर से हार का सामना करना पड़ा.
दिल्ली विधानसभा की नई समितियों का गठन, स्पीकर विजेंद्र गुप्ता ने जारी की अहम भूमिकाओं की सूची…
दिल्ली विधानसभा के अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता (Vijender Gupta) ने साल 2024-25 के लिए दो महत्वपूर्ण समितियों का गठन कर दिया है. इन समितियों में विधानसभा के विधायकों को शामिल किया गया है, जो सदन की कार्यवाही को सुचारू रूप से चलाने में मदद करेंगे. इन समितियों के जरिए विधानसभा में होने वाली चर्चाओं को व्यवस्थित किया जाएगा और विधेयकों पर चर्चा को प्रभावी बनाया जाएगा. क्या हैं ये समितियां और इनका क्या काम होगा? दिल्ली विधानसभा में कई मुद्दों पर चर्चा होती है, जिनमें कानून-व्यवस्था, बजट, विकास कार्य और अन्य जनहित के विषय शामिल होते हैं. इन चर्चाओं को सही दिशा देने के लिए समितियों का गठन किया जाता है. इस साल विधानसभा अध्यक्ष ने दो प्रमुख समितियों का गठन किया है. कार्य मंत्रणा समिति पहली कार्य मंत्रणा समिति है, जिसका मुख्य कार्य विधानसभा में होने वाली चर्चाओं और एजेंडे को तय करना है. यह समिति यह सुनिश्चित करती है कि विधानसभा में कौन-कौन से मुद्दे उठेंगे और उन पर किस तरह बहस होगी. विधानसभा में चर्चा का संचालन व्यवस्थित और प्रभावी बनाने की जिम्मेदारी भी इसी समिति की होती है. इस समिति के अध्यक्ष विधानसभा अध्यक्ष होते हैं, जबकि अन्य सदस्यों में उपाध्यक्ष, अहिर दीपक चौधरी, जितेंद्र महाजन, ओम प्रकाश शर्मा, राज कुमार चौहान, सोम दत्त, सुरेंद्र कुमार और सूर्य प्रकाश खत्री शामिल हैं. सभी सदस्य मिलकर विधानसभा की कार्यवाही को सुचारू रूप से संचालित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं गैर सरकारी विधेयकों एवं संकल्पों की समिति दूसरी है गैर सरकारी विधेयकों एवं संकल्पों की समिति. इसका मुख्य कार्य उन विधेयकों और प्रस्तावों पर चर्चा करना है, जो विधायकों द्वारा व्यक्तिगत रूप से पेश किए जाते हैं. ये विधेयक किसी सरकार द्वारा प्रस्तुत नहीं किए जाते, बल्कि किसी विशेष मुद्दे पर कोई भी विधायक इन्हें सदन में रख सकता है. इस समिति का उद्देश्य इन विधेयकों की समीक्षा करना और उनकी वैधता तथा महत्व पर चर्चा करना है, जिससे सदन में प्रभावी और सार्थक बहस हो सके. इस समिति के अध्यक्ष विधानसभा अध्यक्ष होते हैं, और इसमें शामिल अन्य सदस्य हैं अभय वर्मा, अमानतुल्लाह खान, अनिल कुमार शर्मा, अरविंदर सिंह लवली, पूनम शर्मा, प्रेम चौहान, संजय गोयल और श्याम शर्मा. ये सभी सदस्य मिलकर विधेयकों और संकल्पों का अध्ययन करते हैं और उनकी समीक्षा के आधार पर आगे की प्रक्रिया तय करते हैं दिल्ली विधानसभा में समितियों का महत्व बता दें कि विधानसभा समितियां लोकतांत्रिक व्यवस्था का एक अहम हिस्सा होती हैं. इनका मुख्य उद्देश्य विधानसभा के भीतर विचार-विमर्श को प्रभावी बनाना और शासन के कामकाज की निगरानी करना होता है. दिल्ली में भी समय-समय पर अलग-अलग समितियों का गठन किया जाता है, ताकि विकास और जनहित से जुड़े मामलों पर बेहतर फैसले लिए जा सकें. इस बार गठित की गई कार्य मंत्रणा समिति यह पक्का करेगी कि सदन में उठाए जाने वाले मुद्दों पर सही ढंग से चर्चा हो और कोई भी महत्वपूर्ण विषय पीछे न रह जाए. वहीं, गैर सरकारी विधेयकों एवं संकल्पों की समिति उन मुद्दों पर विचार करेगी, जो सरकार के आधिकारिक एजेंडा से अलग होते हैं लेकिन जनता के लिए जरूरी होते हैं. विधानसभा अध्यक्ष ने इन समितियों को मंजूरी दे दी है. अब ये समितियां अपने कामकाज की रूपरेखा तैयार करेंगी और सदन की कार्यवाही को बेहतर बनाने में योगदान देंगी.
कांग्रेस ने यूपी से बुलवाए गुंडे’, छत्तीसगढ़ की मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े के पति से मारपीट, धक्का-मुक्की में फटा कुर्ता…
सूरजपुर/ जिले में जनपद पंचायत अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के चुनाव के दौरान हुए विवाद में प्रदेश की महिला बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े के पति के साथ मारपीट और धक्का मुक्की का मामला सामने आया है. जानकारी के मुताबिक जनपद सीईओ के कमरे में ही विवाद इतना बढ़ा की कांग्रेस और बीजेपी कार्यकर्ता आपस में भीड़ गए और मंत्री के पति के साथ भी मारपीट कर डाली. दरअसल पंचायत चुनाव खत्म होने के बाद अब निर्वाचित प्रतिनिधियों में से अध्यक्ष और उपाध्यक्ष का चुनाव कराया जा रहा है. जिसके चलते सूरजपुर जिले की ओड़गी जनपद पंचायत में भी गुरुवार को अध्यक्ष और उपाध्यक्ष का चुनाव प्रक्रिया कराई जा रही थी. प्रक्रिया शुरू होने के पहले ही मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े के पति ठाकुर सिंह राजवाड़े अपने समर्थकों के साथ पंचायत सीईओ के कमरे में बैठ गए. इस दौरान बाहर खड़े कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि मंत्री के पति और अन्य भाजपा नेता सत्ता का दुरुपयोग कर चुनाव को प्रभावित करने के लिए सीईओ कक्षा में बैठे हुए हैं. इसके बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी शुरू कर दी और धीरे-धीरे भाजपा समर्थकों और कांग्रेस समर्थकों के बीच विवाद बढ़ता चला गया. इस दौरान तमाम नेता और कार्यकर्ता सीईओ कक्ष में पहुंच गए और जमकर हंगामा मचाया. विवाद की चपेट में आए मंत्री के पति के साथ भी कार्यकर्ताओं ने धक्का मुक्की और मारपीट की. इतना ही नहीं इस विवाद में मंत्री के पति का कुर्ता भी फाड़ डाला. जब स्थिति ज्यादा बिगड़ती दिखाई दी तो जिला प्रशासन और पुलिस के आला अधिकारी मौके पर पहुंच गए और स्थिति को शांत करवाया. सत्ता के दुरुपयोग करने के आरोप इस दौरान मौके पर मौजूद कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने मंत्री लक्ष्मी रजवाड़ों के पति पर सत्ता का दुरुपयोग कर चुनाव जीतने के आरोप लगाए. कांग्रेस का आरोप है कि अपनी हार से डरे हुए भाजपा नेता सत्ता की धौंस जमा कर चुनाव जीतने की कोशिश कर रहे हैं और प्रशासन पर दबाव भी डाल रहे हैं. जिसका विरोध उन्होंने किया . कांग्रेस नेताओं के मुताबिक इस पूरे विवाद का कारण भाजपा के नेता है. मंत्री पति का आरोप- चुनाव जीतने के लिए कांग्रेस ने यूपी से बुलाये हैं गुंडे दूसरी तरफ मंत्री लक्ष्मी रजवाड़ों के पति ठाकुर सिंह राजवाड़े ने कहा कि इस चुनाव प्रक्रिया से उनका कोई लेना-देना नहीं था. वह तो आने वाले नवरात्रि त्योहार के लिए जिला पंचायत सीईओ से चर्चा करने के लिए आए थे और चुनाव प्रक्रिया शुरू होने के पहले ही सीईओ के कक्ष में आकर बैठ गए थे लेकिन इस दौरान कांग्रेस के कार्यकर्ता गुंडों के साथ सीईओ के कमरे में पहुंचे और हंगामा करने लगे. उन्होंने मेरे सीईओ के कमरे में बैठने पर भी आपत्ति जताई और मेरे साथ मारपीट भी की. राजवाड़े ने कहा कि कांग्रेस अपनी हार से बौखलाई हुई है और इसलिए उनकी गुंडागर्दी अब चरम पर पहुंच गई है. यही कारण है कि इस बार उन्होंने यूपी से गुंडे बुलाए हैं, यही कांग्रेस का असली चरित्र है. पुलिस के आला अधिकारियों ने कराया विवाद शांत जनपद पंचायत सचिव के कार्यालय में हुए विवाद की खबर मिलते ही मौके पर पहुंचे ओड़गी एसडीओपी राजेश जोशी ने बताया कि जानकारी मिलते ही हम लोग मौके पर पहुँचे और दोनों पक्षों को शांत कराया. चुनाव प्रक्रिया शान्तिपूर्व ढंग से पूरी हो इसके लिए पर्याप्त इंतज़ाम कर स्थिति को नियंत्रण में लिया गया है. राजेश जोशी ने बताया कि हंगामे को लेकर अभी तक किसी भी पक्ष पर आपराधिक मामला दर्ज नहीं किया गया है.
26/11 हमलों के आरोपी तहव्वुर राणा को भारत लाने का रास्ता साफ, अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट ने खारिज की याचिका…
26/11 मुंबई हमलों के आरोपी तहव्वुर राणा को भारत लाने का रास्ता साफ हो गया है. अमेरिका की सुप्रीम कोर्ट में उसकी दलीलें काम नहीं आईं. कोर्ट ने उसकी भारत प्रत्यर्पण पर रोक लगाने वाली मांग को खारिज कर दिया है. तहव्वुर राणा ने भारत प्रत्यर्पित किए जाने से बचने के लिए कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था. उसने अमेरिका की सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर कहा था कि उसके प्रत्यर्पण पर इमरजेंसी स्टे लगा दिया जाए. तहव्वुर ने कहा था कि अगर मुझे भारत प्रत्यर्पित किया गया तो मुझे प्रताड़ित किया जाएगा और मैं वहां ज्यादा दिनों तक जिंदा नहीं रह पाऊंगा. तहव्वुर ने भारत पर लगाए थे कई आरोप मुंबई हमलों के आरोपी राणा ने अपनी याचिका में भारत पर भी कई आरोप लगाए थे. उसने कहा कि ह्यूमन राइट्स वॉच 2023 की वर्ल्ड रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत की बीजेपी सरकार धार्मिक अल्पसंख्यकों विशेष रूप से मुस्लिमों के साथ भेदभाव करती है और वो लगातार तानाशाह होती जा रही है. इसलिए अगर मुझे भारत को सौंपा गया तो पाकिस्तानी मूल का मुस्लिम होने की वजह से वहां प्रताड़ित किया जाएगा. उसने यह भी तर्क दिया कि उसकी सेहत ठीक नहीं है और वह पार्किंसंस जैसी बीमारियों से जूझ रहा है. लॉस एंजिल्स की जेल में बंद है तहव्वुर तहव्वुर राणा पाकिस्तानी मूल कनाडाई नागरिक है. वो फिलहाल लॉस एंजिल्स की एक जेल में बंद है. उसे लश्कर-ए-तैयबा के आतंकी डेविड हेडली से जुड़ा हुआ माना जाता है, जो 2008 के मुंबई हमलों के मुख्य साजिशकर्ताओं में से एक था. इस हमले में 175 लोग मारे गए थे. PM मोदी के US दौरे के दौरान ट्रंप ने किया था ऐलान फरवरी में जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिका के दौरे पर गए थे, उस दौरान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने घोषणा की थी कि हमने तहव्वुर राणा को भारत को प्रत्यर्पित करने की मंजूरी दे दी है. अब उसे भारत में ट्रायल का सामना करना होगा. ट्रंप प्रशासन ने ये फैसला तब लिया था, जब सुप्रीम कोर्ट ने राणा की याचिका को खारिज कर दिया था. हालांकि बाद में तहव्वुर राणा ने कोर्ट में एक और याचिका दायर कर दी. NIA ने 2011 में दायर की चार्जशीट साल 2011 में एनआईए ने तहव्वुर राणा समेत 9 लोगों के खिलाफ चार्जशीट दायर की थी, जिसमें उन पर मुंबई के 26/11 हमलों की साजिश रचने और उन्हें अंजाम देने में आरोपी बनाया गया था. तहव्वुर राणा को लेकर महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस ने हाल ही में कहा था, ‘हमने कसाब को देखा. इसमें क्या बड़ी बात है. हम उसे निश्चित रूप में महाराष्ट्र में रखेंगे.’
‘कांग्रेस ने यूपी से बुलवाए गुंडे’, छत्तीसगढ़ की मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े के पति से मारपीट, धक्का-मुक्की में फटा कुर्ता…
छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिले में जनपद पंचायत अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के चुनाव के दौरान हुए विवाद में प्रदेश की महिला बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े के पति के साथ मारपीट और धक्का मुक्की का मामला सामने आया है. जानकारी के मुताबिक जनपद सीईओ के कमरे में ही विवाद इतना बढ़ा की कांग्रेस और बीजेपी कार्यकर्ता आपस में भीड़ गए और मंत्री के पति के साथ भी मारपीट कर डाली. दरअसल पंचायत चुनाव खत्म होने के बाद अब निर्वाचित प्रतिनिधियों में से अध्यक्ष और उपाध्यक्ष का चुनाव कराया जा रहा है. जिसके चलते सूरजपुर जिले की ओड़गी जनपद पंचायत में भी गुरुवार को अध्यक्ष और उपाध्यक्ष का चुनाव प्रक्रिया कराई जा रही थी. प्रक्रिया शुरू होने के पहले ही मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े के पति ठाकुर सिंह राजवाड़े अपने समर्थकों के साथ पंचायत सीईओ के कमरे में बैठ गए. इस दौरान बाहर खड़े कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि मंत्री के पति और अन्य भाजपा नेता सत्ता का दुरुपयोग कर चुनाव को प्रभावित करने के लिए सीईओ कक्षा में बैठे हुए हैं. इसके बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी शुरू कर दी और धीरे-धीरे भाजपा समर्थकों और कांग्रेस समर्थकों के बीच विवाद बढ़ता चला गया. इस दौरान तमाम नेता और कार्यकर्ता सीईओ कक्ष में पहुंच गए और जमकर हंगामा मचाया. विवाद की चपेट में आए मंत्री के पति के साथ भी कार्यकर्ताओं ने धक्का मुक्की और मारपीट की. इतना ही नहीं इस विवाद में मंत्री के पति का कुर्ता भी फाड़ डाला. जब स्थिति ज्यादा बिगड़ती दिखाई दी तो जिला प्रशासन और पुलिस के आला अधिकारी मौके पर पहुंच गए और स्थिति को शांत करवाया . सत्ता के दुरुपयोग करने के आरोप इस दौरान मौके पर मौजूद कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने मंत्री लक्ष्मी रजवाड़ों के पति पर सत्ता का दुरुपयोग कर चुनाव जीतने के आरोप लगाए. कांग्रेस का आरोप है कि अपनी हार से डरे हुए भाजपा नेता सत्ता की धौंस जमा कर चुनाव जीतने की कोशिश कर रहे हैं और प्रशासन पर दबाव भी डाल रहे हैं. जिसका विरोध उन्होंने किया . कांग्रेस नेताओं के मुताबिक इस पूरे विवाद का कारण भाजपा के नेता है. मंत्री पति का आरोप- चुनाव जीतने के लिए कांग्रेस ने यूपी से बुलाये हैं गुंडे दूसरी तरफ मंत्री लक्ष्मी रजवाड़ों के पति ठाकुर सिंह राजवाड़े ने कहा कि इस चुनाव प्रक्रिया से उनका कोई लेना-देना नहीं था. वह तो आने वाले नवरात्रि त्योहार के लिए जिला पंचायत सीईओ से चर्चा करने के लिए आए थे और चुनाव प्रक्रिया शुरू होने के पहले ही सीईओ के कक्ष में आकर बैठ गए थे लेकिन इस दौरान कांग्रेस के कार्यकर्ता गुंडों के साथ सीईओ के कमरे में पहुंचे और हंगामा करने लगे. उन्होंने मेरे सीईओ के कमरे में बैठने पर भी आपत्ति जताई और मेरे साथ मारपीट भी की. राजवाड़े ने कहा कि कांग्रेस अपनी हार से बौखलाई हुई है और इसलिए उनकी गुंडागर्दी अब चरम पर पहुंच गई है. यही कारण है कि इस बार उन्होंने यूपी से गुंडे बुलाए हैं, यही कांग्रेस का असली चरित्र है. पुलिस के आला अधिकारियों ने कराया विवाद शांत जनपद पंचायत सचिव के कार्यालय में हुए विवाद की खबर मिलते ही मौके पर पहुंचे ओड़गी एसडीओपी राजेश जोशी ने बताया कि जानकारी मिलते ही हम लोग मौके पर पहुँचे और दोनों पक्षों को शांत कराया. चुनाव प्रक्रिया शान्तिपूर्व ढंग से पूरी हो इसके लिए पर्याप्त इंतज़ाम कर स्थिति को नियंत्रण में लिया गया है. राजेश जोशी ने बताया कि हंगामे को लेकर अभी तक किसी भी पक्ष पर आपराधिक मामला दर्ज नहीं किया गया है.