क्रिकेट के मैदान पर धमाकेदार प्रदर्शन करने वाले वैभव सूर्यवंशी आज किसी पहचान के मोहताज नहीं हैं. कल हुए गुजरात टाइटंस और राजस्थान रॉयल्स के बीच मैच में सूर्यवंशी ने कई रिकॉर्ड तोड़े. हालांकि उनकी बल्लेबाजी में जो निखार दिखता है, उसके पीछे एक लंबा संघर्ष और कड़ी मेहनत की कहानी छिपी है.
क्या आप जानते हैं कि क्रिकेट की ABCD यानी इस खेल की बुनियादी ट्रेनिंग उन्होंने कहां से ली थी? अगर नहीं, तो आइए हम आपको बताते हैं कहां से शुरू हुआ था वैभव का सुनहरा क्रिकेट सफर.
यहां से शुरू हुआ सफर
वैभव सूर्यवंशी ने अपने करियर की नींव रखी थी क्रिकेट अकादमी समस्तीपुर से रखी. जहां ब्रजेश झा ने उनके ऊपर काफी मेहनत की. यही वो जगह है जहां उन्होंने बल्ला पकड़ना, स्ट्रेट ड्राइव मारना और मैदान पर टिक कर खेलना सीखा था. इस अकादमी में उन्हें बेहतरीन कोचिंग स्टाफ मिला, जिन्होंने शुरुआत से ही उनकी तकनीक को सुधारने पर ध्यान दिया.
मनीष ओझा का खासा योगदान
इसके बाद वैभव सूर्यवंशी को आगे और अच्छा निखारने के लिए पटना में मनीष ओझा के पास भेजा गया. जहां उनमें कई अन्य सुधार हुए. वैभव के पिता ने इस दौरान गाड़ी ली ताकि वह अपने बेटे को पटना लेकर जा सकें. रिपोर्ट्स के अनुसार अलटरनेट दिनों पर वैभव मनीष ओझा के पास जाते थे और क्रिकेट टिप्स लेते थे.
IPL में दिखा जोहर
आज वैभव सूर्यवंशी दुनिया की सबसे बड़ी क्रिकेट लीग में से एक इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में अपनी अलग छाप छोड़ रहे हैं. हाई स्ट्राइक रेट के साथ लंबे-लंबे छक्के लगाने का हुनर देख हर कोई हैरान है कि 14 साल का बच्चा कैसे इतना शानदार खेल सकता है. द वॉल के नाम से मशहूर भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान रहे राहुल द्रविड़ भी वैभव की बेटिंग के दीवाने हो गए हैं.
पिता का अहम रोल
वैभव सूर्यवंशी आज जिस जगह उसमें उनके पिता का एक अहम रोल है. उन्होंने अपने बेटे के करियर के लिए संजीव सूर्यवंशी का काफी योगदान है. उन्होंने वैभव को काफी ज्यादा सपोर्ट किया और इसके लिए उन्होंने अपने खेत तक बेच दिया.