महाराष्ट्र की मानखुर्द शिवाजी नगर सीट से समाजवादी पार्टी के विधायक अबू आजमी को मुगल बादशाह औरंगजेब की तारीफ करने वाले उनके बयान की वजह से पूरे बजट सत्र के लिए महाराष्ट्र विधानसभा से निलंबित कर दिया गया. चार बार के विधायक को निलंबित करने का प्रस्ताव बुधवार को कार्यवाही शुरू होते ही संसदीय कार्य मंत्री चंद्रकांत पाटिल ने पेश किया.
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने मंगलवार (5 मार्च) को कहा था कि अबू आजमी का यह बयान महाराष्ट्र की धार्मिक भावना को ठेस पहुंचाता है और इसके लिए उन्हें सख्त सजा दी जाएगी. उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी और उन्हें निलंबित किया जाएगा.
बयान पर मांगी थी माफी
बता दें कि सपा विधायक अबू आजमी ने मंगलवार (5 मार्च) को औरंगजेब को लेकर दिए गए अपने बयान को वापस लेते हुए माफी मांग ली थी. अबू आजमी ने अपने बयान पर सफाई पेश करते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “मेरे शब्दों को तोड़-मरोड़कर दिखाया गया है. औरंगजेब रहमतुल्लाह अलेह के बारे में मैंने वही कहा है, जो इतिहासकारों और लेखकों ने कहा है.”
मानखुर्द शिवाजी नगर से विधायक अबू आजमी ने आगे लिखा, “मैंने छत्रपति शिवाजी महाराज, संभाजी महाराज या अन्य किसी भी महापुरुषों के बारे में कोई अपमानजनक टिप्पणी नहीं की है. लेकिन, फिर भी मेरी इस बात से कोई आहत हुआ है तो मैं अपने शब्द, अपना स्टेटमेंट वापस लेता हूं.”
औरंगजेब की तारीफ में अबू आजमी ने क्या कहा था?
बता दें कि इससे पहले सोमवार (3 मार्च) को सपा नेता अबू आजमी ने मुगल शासक औरंगजेब की तारीफ की थी. इसके बाद से देश में बयानबाजियों का दौर शुरू हो गया. अबू आजमी ने कहा था, “औरंगजेब इंसाफ पसंद बादशाह था. उसके कार्यकाल में ही भारत सोने की चिड़िया बना. मैं औरंगजेब को क्रूर शासक नहीं मानता हूं. औरंगजेब के समय में राजकाज की लड़ाई थी, धर्म की नहीं थी, हिंदू-मुसलमान की लड़ाई नहीं थी. औरंगजेब ने अपने कार्यकाल में कई हिंदू मंदिरों का निर्माण करवाया. औरंगजेब को लेकर गलत इतिहास दिखाया जा रहा है.”