पिछले काफी समय से भारत का पड़ोसी देश म्यांमार गृह युद्ध में घिरा है. युद्ध के मैदान में अराकान आर्मी और अन्य विद्रोही गुट हैं तो दूसरी ओर जुंटा शासन की सेना खड़ी है. म्यांमार में चल रहे गृह युद्ध का असर भारत, बांग्लादेश, चीन समेत अन्य पड़ोसी देशों पर भी हो रहा है.
ऐसी परिस्थिति में भी चीन म्यांमार की स्थिति का इस्तेमाल अपने फायदे और भारत को नुकसान पहुंचाने के लिए करने की कोशिश में जुटा है. भारत के पूर्वोत्तर राज्यों की सुरक्षा के लिए यह खतरा बन सकती है. जिसे लेकर खुफिया एजेंसियों ने म्यांमार में चीन के बढ़ते प्रभाव को लेकर भारत को चेतावनी दी है.
चीन के निशाने पर भारत का उत्तर-पूर्वी राज्य मणिपुर
CNN की रिपोर्ट के मुताबिक, खुफिया एजेंसियों ने चेतावनी दी है कि म्यांमार में बढ़ रहा चीन का प्रभाव भारत के लिए एक बहुत बड़ा खतरा बनता जा रहा है. भारत के उत्तर-पूर्वी राज्य मणिपुर चीन के निशाने पर है, जो एक संवेदनशील राज्य है, जहां काफी लंबे समय से अशांति फैली हुई है.
एजेंसियों का कहना है कि चीन की आक्रामक गतिविधियों को देखते हुए भारत और म्यांमार के बीच 1693 किमी लंबी सीमा पर भारत को कड़ी निगरानी बनाए रखने की जरूरत है.
चीन लगा रहा है रडार सिस्टम
चीन ने म्यांमार की सीमा से सटे युन्नान प्रांत में अत्याधुनिक रडार सिस्टम (LPAR, लार्ज फेज्ड अरे रडार) को इंस्टॉल किया है. इससे चीन पूरे इलाके में नजर रख सकता है. इसके अलावा चीन म्यांमार की जुंटा सेना के साथ भी जुड़ा हुआ है तो दूसरी ओर वह अराकान आर्मी जैसे सशस्त्र समूहों को हथियार भी देता है. मतलब चीन दोहरी नीति का इस्तेमाल कर रहा है.
भारत को म्यांमार में घेर रहा चीन
रिपोर्ट के मुताबिक, चीन की रणनीति स्ट्रिंग ऑफ पर्ल्स सिद्धांत पर है. इस रणनीति के जरिए चीन अपने रणनीतिक ठिकानों और सहयोगी देशों में अपना नेटवर्क मजबूत कर भारत को घेरने की कोशिश में लगा है. इससे भारत की एक्ट ईस्ट नीति प्रभावित हो सकती है.