धमतरी/धमतरी नगर निगम के नवनिर्वाचित महापौर रामू रोहरा अपने कर्मठ और जमीनी कार्यशैली के लिए जाने जाते हैं। सोमवार सुबह जब वे शहर के निरीक्षण पर निकले, तो उन्हें पी डब्बू डी रेस्ट हाऊस के पास स्थित सेंट्रल लाइब्रेरी के बाहर खड़े विद्यार्थियों का हुजूम दिखा। ये सभी विद्यार्थी परीक्षा की तैयारी के लिए लाइब्रेरी खुलने का इंतजार कर रहे थे, लेकिन 10 बजे तक भी लाइब्रेरी के दरवाजे बंद थे।
यह स्थिति देखकर महापौर तुरंत सक्रिय हुए। उन्होंने मौके पर ही लाइब्रेरियन को फोन कर निर्देशित किया कि लाइब्रेरी निर्धारित समय पर खोली जाए और विद्यार्थियों को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो। उन्होंने यह भी साफ शब्दों में कहा कि पढ़ाई के लिए आने वाले विद्यार्थियों की जरूरतों का ध्यान रखा जाए और उन्हें सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं।
विद्यार्थियों से किया संवाद, समस्याओं का लिया संज्ञान
लाइब्रेरी के बाहर खड़े विद्यार्थियों से महापौर ने संवाद किया और उनकी समस्याओं को सुना। विद्यार्थियों ने बताया कि कई बार लाइब्रेरी देर से खुलती है, जिससे उनकी पढ़ाई प्रभावित होती है। इसके अलावा, लाइब्रेरी में किताबों की कमी, बैठने की पर्याप्त व्यवस्था न होने जैसी समस्याओं को भी उन्होंने रखा।
श्री रोहरा ने विद्यार्थियों को आश्वासन दिया कि उनकी समस्याओं का जल्द से जल्द समाधान किया जाएगा। उन्होंने कहा कि शिक्षा किसी भी समाज की रीढ़ होती है और विद्यार्थियों की परेशानियों को दूर करना उनकी प्राथमिकता है।
धमतरी में बनेगा नालंदा परिसर
महापौर रामू रोहरा शिक्षा और ज्ञान को बढ़ावा देने के लिए निरंतर प्रयासरत हैं। उनकी पहल पर हाल ही में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने धमतरी में नालंदा परिसर स्थापित करने की घोषणा की है। यह परिसर विद्यार्थियों के लिए एक अत्याधुनिक ज्ञान केंद्र के रूप में विकसित किया जाएगा, जहां वे बिना किसी बाधा के अपनी पढ़ाई पूरी कर सकेंगे।
महापौर ने कहा कि नालंदा परिसर का निर्माण धमतरी के विद्यार्थियों के लिए मील का पत्थर साबित होगा। इसमें उच्चस्तरीय पुस्तकालय, डिजिटल संसाधन, आधुनिक अध्ययन सुविधाएं और प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए विशेष केंद्र होंगे।
शिक्षा के प्रति महापौर की प्रतिबद्धता
महापौर के इस हस्तक्षेप से यह साफ हो गया है कि वे शिक्षा को लेकर कितने गंभीर हैं। उनकी त्वरित कार्रवाई से विद्यार्थियों में उत्साह दिखा और उन्होंने महापौर को धन्यवाद दिया।
विद्यार्थियों को पढ़ाई के लिए बेहतर वातावरण देना और उन्हें सभी सुविधाएं उपलब्ध कराना महापौर की प्राथमिकताओं में शामिल है। उनकी इस सख्ती से अब यह तय हो गया है कि धमतरी में किसी भी विद्यार्थी को शिक्षा के लिए संघर्ष नहीं करना पड़ेगा और उन्हें हरसंभव सहायता प्रदान की जाएगी