नक्सल विरोधी अभियान को बड़ी सफलता मिली है. कांकेर में सुरक्षा बलों की ताबड़तोड़ कार्रवाई से तंग आकर 7 नक्सलियों ने सरेंडर कर दिया. सरेंडर करने वालों में 32 लाख रुपये के इनामी नक्सली हैं. कांकेर डीआईजी अमित तुकाराम काम्बले ने बताया कि सरेंडर करने पर नक्सलियों को शासन की पुनर्वास नीति का लाभ दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि 3 नक्सलियों पर 08-08 लाख रुपये, 1 नक्सली पर 05 लाख और 03 नक्सलियों पर 01-01 लाख रुपये का इनाम घोषित है. सरेंडर करने वाले नक्सलियों में ममता उर्फ शांता डिवीसीएम सदस्य, दिनेश मट्टामी डिवीसीएम, आयतुराम पोटाई, एसीएम जमुना उर्फ नीरा और इतवारीन पद्दा, संजय नरेटी, सगनु राम शामिल हैं. पुलिस का दावा है कि सरेंडर करने वाले नक्सली बस्तर के अलग अलग इलाकों में बड़ी वारदातों को अंजाम दे चुके हैं. डीआईजी अमित तुकाराम काम्बले का कहना है कि सुरक्षा बलों की टीम नक्सलियों की कमर तोड़ने के लिए लगातार अभियान चला रही है.
नक्सल विरोधी अभियान को मिली बड़ी सफलता
एंटी नक्सल ऑपरेशन से नक्सलियों के हौसले पस्त पड़ गए हैं. सुरक्षा बल ताबड़तोड़ कार्रवाई कर नक्सलियों पर जोरदार हमला कर रहे हैं. नक्सलियों के सामने वजूद बचाने की चुनौती है. डीआईजी अमित तुकाराम काम्बले का कहना है कि बड़ी संख्या में नक्सलियों के सरेंडर करने से माओवादी संगठन को बड़ा झटका लगा है. बीते एक महीने में अब तक 18 नक्सलियों ने सरेंडर कर दिया है.
7 माओवादियों ने पुलिस के सामने किया सरेंडर
उन्होंने कहा कि कांकेर और आसपास इलाकों में लगातार एंटी नक्सल ऑपरेशन चलाया जा रहा है. नक्सलियों के खिलाफ ऑपरेशन को लगातार सफलता हासिल हो रही है. बड़ी संख्या में नक्सली पुलिस से संपर्क कर सरेंडर करने की गुहार लगा रहे हैं. उन्होंने बताया कि सरेंडर करने वाले नक्सलियों को 25-25 हजार रुपये प्रोत्साहन राशि दिया जाएगा. पुनर्वास नीति के तहत मिलने वाली सुविधाएं भी जल्द मुहैया कराई जाएंगी.