अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के सिरफिरे बयानों की कोई सानी नहीं है. उनकी बातों को सुनकर या तो दुनिया में डर का माहौल बनता है या फिर हंसी के फव्वारे छूटते हैं. ऐसा ही कुछ हुआ है दावोस में हो रहे वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम 2025 की मीटिंग में. इसे संबोधित करते हुए डोनाल्ड ट्रंप ने दुनिया के बिजनेस लीडर्स को चेतावनी देते हुए कहा कि वे या तो अमेरिका में ही प्रॉडक्ट की मैनुफैक्चरिंग करें या भारी टैरिफ झेलने के लिए तैयार रहें. दुनिया की कई कंपनियां अमेरिका में मैनुफैक्चरिंग बेस बढ़ाने के लिए अरबों डॉलर निवेश का एलान पहले ही कर चुकी है. उन्होंने कहा कि दुनिया भर में खाने के सामान के दाम आसमान छू रहे हैं. इसलिए वे अमेरिका में महंगाई पर नियंत्रण के लिए तुरंत एक्शन लेंगे. अमेरिकी लोगों की मदद के लिए अमेरिका के इतिहास की सबसे बड़ी टैक्स कटौती लाने का भी उन्होंने वादा किया. ट्रंप ने कहा कि वे 10 पुराने रेगुलेशन को खत्म कर नए रेगुलेशन लाएंगे.
अमेरिका को मैनुफैक्चरिंग सुपर पावर बनाने के जताए इरादे
डोनाल्ड़ ट्रंप ने वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम की बैठक को संबोधित करते हुए अमेरिका को मैनुफैक्चरिंग सुपर पावर बनाने के इरादे भी जताए. इसके अलावा उन्होंने अमेरिका को आर्टीफिशियल इंटेलीजेंस का वर्ल्ड कैपिटल बनाने का भी संकल्प दोहराया. उन्होंने कहा कि दुनिया जल्दी ही अधिक शांतिपूर्ण और समृद्ध होगी.
दुनिया में घटाएंगे कच्चे तेल के दाम
डोनाल्ड ट्रंप ने दुनिया में कच्चे तेल का दाम घचाने पर भी जोर दिया. उन्होंने रूस-यूक्रेन वार खत्म करने के लिए कुछ ऐसा सुझाव दे दिया कि दुनिया भर में इसकी चर्चा हो रही है. डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि अगर दुनिया में तेल का दाम नीचे आता है तो रूस-यूक्रेन युद्ध जल्दी खत्म हो जाएगा. इसके लिए वे जल्दी ही सऊदी अरब और ओपेक देशों से बात करेंगे. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि अमेरिका के पास दुनिया का सबसे बड़ा तेल और गैस का भंडार है. इसका उपयोग करने से भी असर पड़ेगा.